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Uniyal & Soumya Rawat - Vartmaan | Скачать MP3 бесплатно
Vartmaan

Vartmaan

Uniyal & Soumya Rawat

Альбом: Nanda Devi Express
Длительность: 1:59
Год: 2024
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Текст песни

बबली के स्वेटर से बुना गड़रिया
गुड़िया के भीतर छुपा गड़रिया
बबली के स्वेटर से बुना गड़रिया
भेटऊ छू रे, ए, ए

वर्तमान आँखों का धोखा है
भूत सीखने का मौका है
भविष्य उम्मीदों की नौका है
आज मेरा संगीत से रोका है
नाक पे चांदी का कोका है
दिमाग में केवल अब
"कुछ न कुछ बोलते रहना है"
धरती एक माया नगरी है
हवस एक हवा का झोंका है
क्रिमिनल तो हर एक कोई होता है
स्मैक तो चोरी का मौका है
रायपुर में सिगरेट का खोखा है
होनी को कब किसने रोका है? (होनी echo है क्या?)
कहने को मुखबिरी धोखा है
सा-सामान की तस्करी क्या है?
तुझे किसने कमाने से रोका है?
मेरे दिमाग में क्या है
मेरी माँ नहीं जानती, मेरे फोन को पता है
कल रात साढ़े नौ बजे तीन रोटी खाई
ये एलन को पता है (मेरे फोन में जो echo आ रहा है)
डर के आगे जीत, इज़्ज़त से बड़ा डर
ये किम जोंग को पता है
हरे कृष्ण का महत्व इस देश में क्या है
ये इस्कॉन को पता है
हम कीड़ा जड़ी उगाने वाले
आदिवासी जाने-माने, हुड़के पे गाने वाले
मत लूटो हमको, मैं हाथ जोड़ता हूँ
गौर-भैंस चराने वाले
घास लेकर आने वाले, बाल-बच्चे बेरोज़गार
मत लूटो हमको, मैं हाथ जोड़ता हूँ
देवता नचाने वाले, गुरु दे भगाने वाले, अन्न उगाने वाले
बाँट करके खाने वाले, रास्ते बनाने वाले
हिमालय घुमाने वाले
मत लूटो, मत लूटो, मत लूटो हमको
मैं हाथ जोड़ता हूँ
पहाड़ का युवा बर्बाद हो चुका है सही बोल रहा है लेकिन
क्योंकि पहाड़ की कुछ भी आवाज़ नहीं आ रही है
रास्ते से भटका था, भीड़ से मैं डरता था
भाई से मैं लड़ता था, लोगों पे हँसता था
मुझको तुम देखते थे, क्या कभी ये लगता था
बीट मेरा झटका था, उम्र होगी सात-आठ
मछली का कांटा जाकर गले मेरे अटका था
स्कूल पूरा रट्टा था
ग्यारहवीं में फेल होते-होते बचा, परीक्षा एक सट्टा था
नोट सारे बिखरे थे, हाथों में कट्टा था
गाँव में मक्खन था, गाँव में मठ्ठा था
मोज़े की बॉल थी, हाथों में लट्ठा था
कंडाली में कूद मारी, ज़ख्मी हो सकता था