Dil Se Dil
Vishal Chandrashekhar, Shashwat Singh, & Mandar Cholkar
3:33आ दुनिया में क्या है जो नायाब है मीठी मीठी तेरी हँसी कुदरत में क्या है जो सादाब है जहाँ पाँव तेरे पड़े वो ज़मीन जल रही है लो कहाँ बता वो मेरे दिल का है पता क्या है सब से जुदा तेरी हर इक अदा आशिया है कहाँ तेरा दीदार हो जहाँ मेरे सारी रातों की चोरी चुपके से करली चाँद ने चुपके से चाँद ने आँखें बनके चकोरी सपनो की डोरी बाँध ने दोनो लगी बाँधने धे रे ना ना ना धे रे ना ना धे रे ना ना ना ना आ धे रे ना धे रे ना धे रे ना धे रे ना रेशम की धागे सा नाज़ुक है क्या बहता ये लम्हा पिया मशहूर किसकी है खुसकिस्मती तूने जिसे चुन लिया मेरे से भी नशीली क्या चीज़ है तेरे होठों की देहलीज़ है ओढ़ लूँ मैं कौन सी ओढनी चंदा की रोशनी ये मन कहे मेरे सारी रातों की चोरी चुपके से करली चाँद ने चुपके से चाँद ने आँखें बनके चकोरी सपनो की डोरी बाँध ने दोनो लगी बाँधने जंग जारी है क्यूँ बेवजह जिद्दी है सारी फ़िज़ा भर लूँ तुझे आपनी बाहों में तो हो जाउंगी मैं तबाह रब से माँगो की क्या दुआ साथ तेरे मेरी हर सुबह परछाईयाँ जो रूठे तो शाम लेंगे ज़रा मेरे सारी रातों की चोरी चुपके से करली चाँद ने चुपके से चाँद ने आँखें बनके चकोरी सपनो की डोरी बाँध ने दोनो लगी बाँधने