Dil Se Dil
Vishal Chandrashekhar, Shashwat Singh, & Mandar Cholkar
3:33ओ, सीता, तेरा रहूँगा, वादा है इश्क़ मुझे थोड़ा नहीं है, ज़्यादा है आओ, थामो ज़रा हाथ मेरा, लेके चलूँ तुम्हें, हमसफ़र दोनों रहें जहाँ साथ मिल के ढूँढें तेरा-मेरा वो शहर तेरा जहाँ, मेरा जहाँ अब इक है, नहीं जुदा होगा ओ, रामा, तुझे ही रब माना है जन्मों जनम तुझे ही मैंने पाना है चेहरा तेरा मेरे सामने हो, मुझसे बोले मेरी ये नज़र दुनिया दिखे मुझे सारी तुझमें, तेरा होने लगा जो असर मैं हूँ तेरी, तू है मेरा, सदियों तक यही लिखा होगा ओ, सीता, तेरा रहूँगा, वादा है ओ, रामा, तुझे ही रब माना है सारी ज़मीं छोड़ दी है मैंने, एक तेरा चुना रास्ता दूर मंज़िल से था ज़रा सा, क़रीब आने लगा क़दमों के तू साथ-साथ रहना फ़ासला ये मुझे नहीं सहना जीने की रहे तू वजह, मेरी है यही बस दुआ तुझको जोड़ लूँ रूह से मैं ऐसे, तू ना जुदा होगा रंग तेरा, यार, ऐसा चढ़ा, तू ही तू दिखे मुझे हर जगह मेरी क़िस्मत में तू लिखी, ये ग़ुरूर होने लगा कब माँगा था मैंने चाँदी-सोना चाहा मैंने एक तेरा होना तुझसे हैं सभी दिन मेरे, रातें भी ना हों बिन तेरे ये जो प्यार है, यार, वो अब तुझसे हर दफ़ा होगा ओ, रामा, तुझे ही रब माना है जन्मों जनम तुझे ही मैंने पाना है आओ, थामो ज़रा हाथ मेरा, लेके चलूँ तुम्हें, हमसफ़र दोनों रहें जहाँ साथ मिल के ढूँढें तेरा-मेरा वो शहर तेरा जहाँ, मेरा जहाँ अब इक है, नहीं जुदा होगा