Ram Lala

Ram Lala

Vishal Mishra

Альбом: Ram Lala
Длительность: 4:34
Год: 2024
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Текст песни

तुलसी ने झूम के गाई
कोई मस्त मगन चौपाई
पागल है ख़ुशी से नैना
घर आये मेरे रघुराई
हो राम चंद्र जहाँ ठुमक चले
हर्षित है वो अंगनायी
क्या सुनना है क्या कहना
घर आये रघुराई
अब आठों पहर तेरे
मंदिर में गुजारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है

सुखी नदी में जैसे मछली बहे
नाथ बिन तेरे हम ऐसे जीते रहे
हो ओ ओ आज बावरा तो होना बनता है प्रभु
बन गये हैं फूल सारे दर्द जो सहे
तेरी खड़ाऊ शीश पे लेके
जोगी बने नाचें हम तू जो कहे
तू जितना भरत का था
उतना ही हमारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है
कण कण लाज हुआ कौशल्या
दशरथ हुये है पनघट पोखर
वो दिन आया जिसका रास्ता
नैनों ने देखा रो धोकर
सारे कोने सारे कूचे पर तू
दीपो से भी पूछे
अपने राम लला आ जाये जाने कौन गली से होकर
चल प्रान उसे देदे
प्रणो से जो प्यारा है
नगरी है अयोध्या की
सरजू का किनारा है
मेरे राम लला हर दिन
तेरा ही नजारा है
सियावर रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय
सियावर रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय
सियावर रामचन्द्र की जय
मेरे रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय
सियावर रामचन्द्र की जय
सियावर रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय
सियावर रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय