Gajban (Feat. Sapna Choudhary)
Vishvajeet Choudhary
3:42हो ना चाले मटक मटक तू मटका फोड़ के मानेगी ना चाले मटक मटक तू मटका फोड़ के मानेगी हो ना एड़ी हो ना एड़ी खींच के मारे घुंघरू तोड़ के मानेगी हाँ ना एड़ी खींच के मारे घुंघरू तोड़ के मानेगी हा मटका फोड़ के मानेगी घुंगरू रे तोड़ के मानेगी हो ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी हाँ ना एड़ी खींच के मारे घुंघरू तोड़ के मानेगी रे जब तू घूंघट निचे तारे रूप तेरा यो पणके मारे हाँ नागण की ज्यू बट खारी रे डुंगे चोटी जुलम गुजारे जब तू घूंघट निचे तारे रूप तेरा यो पणके मारे हाँ नागण की ज्यू बट खारी रे डुंगे चोटी जुलम गुजारे हो बुगले बर्गे गात ने कटी निचोड़ के मानेगी हो ना एड़ी हो ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी हाँ ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी हो लटके से तेरी पोरी पोरी गिर ज्यागा तेरा झुमका गोरी रे पूरे गाम बरोडी में रे बैरण तू एक तरफ़ा होरी लटके से तेरी पोरी पोरी गिर ज्यागा तेरा झुमका गोरी रे पूरे गाम बरोडी में रे बैरण तू एक तरफ़ा होरी हो सुथरेपण में चाँद कभी मुँह मोड़ के मानेगी हो ना एड़ी हो ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी हाँ ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी हा मटका फोड़ के मानेगी घुंघरू रे तोड़ के मानेगी हो ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी हाँ ना एड़ी खींच के मारे घुंगरू तोड़ के मानेगी