Tere Ishk Mein
A.R. Rahman
5:51उसे कहना आज मैं ना कहीं का रहा ना कहीं ना कहीं का रहा मेरी चोट भी एक फुल है उसी से महकती बहार मेरी वही जान मांगे उधार मेरी यादों के दिए हाथो में अब उमर ना मेरी कटे उसे कहना उसे कहना कि उदास ना हो उसे कहना आग नहीं कहीं ना है दुआ तेरे बाद बर्फ सा हुआ जाने क्या खो गया जाने क्या ना मिला जाने किसको तरसता हुआ मेरे शौक भी ताऊ जावा है से महक मजार मेरी हां ये जान मांगे उधार मेरी ये ख्वाब है जो ये खेल भी है टूटना इनकी अदा उसे कहना हो हो हो हो हो हो हो उसे कहना आधी बात आधी तनहा आधी सां कहीं होना कहीं रहना मेरा दर्द भी है ये मेरी प्यास भी है ये होठ सूखे मेरे राख से पागलों की तरह ये दिल हसीन उसे कहना तेरी याद में मैं उसे कहना ये इश्क है जो वो आशिक भी है ये आंख में रहता है सदा ये मेरी तरफ से उसका हा उसे कहना उसे कहना