Dhaai Akshar Prem Ke (Part-Iv)

Dhaai Akshar Prem Ke (Part-Iv)

Anuradha Paudwal

Длительность: 0:58
Год: 2000
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Текст песни

दिल के टुकड़े बिखरे दामन में फूट के
मर जाऊँ अब तेरी बाहों में टूट के
रहा ना जाए सहा ना जाए
आजा के जी भर के रो ले
लगन लगाई अगन लगाई
रूह में प्यास जगाए

ढाई अक्षर प्रेम के
ढाई अक्षर प्रेम के