Hum Tere Bin Kahin Reh Nahin Paate
Anuradha Paudwal
8:09ओ रब्बा हो ओ रब्बा कोई तो बताए ओ रब्बा कोई तो बताए प्यार होता हैं क्या रब्बा कोई तो बताए प्यार होता हैं क्या जैसा मुझे हो गया हू जैसा मुझे हो गया सबको होता हैं क्या जैसा मुझे हो गया सबको होता हैं क्या ओ रब्बा कोई तो बताए प्यार होता हैं क्या जैसा मुझे हो गया हू जैसा मुझे हो गया सबको होता हैं क्या जैसा मुझे हो गया सबको होता हैं क्या ओ रब्बा हो यह कौन आया लगे मन भाया ज़िंदगी के पास मुझे कौन ले आया यह कौन आया लगे मन भाया ज़िंदगी के पास मुझे कौन ले आया ओ रब्बा कोई तो बताए ओ रब्बा कोई तो बताए चैन होता हैं क्या जैसा मेरा खो गया सबका खोता हैं क्या जैसा मेरा खो गया सबका खोता हैं क्या ओ रब्बा हो ख्यालो के बागों मैं में जब खड़ी थी तभी एक गुल ने आवाज दी थी ख्यालो के बागों मैं में जब खड़ी थी तभी एक गुल ने आवाज दी थी कली सी महकने लगी तू क्यों गोरी कली सी महकने लगी तू क्यों गोरी छलकने लगी क्यों यह गागर टोरी फूल पूछता रहा में सोचती रही रात ढलती रही मैं सोचती रहीं ओ रब्बा कोई तो बताए ओ रब्बा कोई तो बताए रूप होता हैं क्या जैसा मेरा खिल गया सबका खिलता हैं क्या जैसा मेरा खिल गया सबका खिलता हैं क्या ओ रब्बा हो हम तो उचे गगन मैं उड़ने लगे हम तो उचे गगन मैं उड़ने लगे एक दूजे से जैसे जुड़ने लगे हो एक दूजे जैसे जुड़ने लगे, जुड़ने लगे ओ रब्बा कोई तो बताए ओ रब्बा कोई तो बताए मीत होता हैं क्या जैसा मुझे मिल गया सबको मिलता हैं क्या जैसा मुझे मिल गया सबको मिलता हैं क्या ओ रब्बा हो