Dupatta
Anuradha Sriram
6:06पहली पहली बार जगा है, पहला प्यार तेरे ही लिए पहेली पहली बार जगा है पहला प्यार तेरे ही लिए है यही दुआ तेरे मेरे प्यार को नही लगे नज़र किसी की रब से मंगु ओर क्या नैना झुके है यू शरम से क्या काहु मई कसम से क्या क्या अरमान दिल मे जागे की पाया है जब से प्यार तेरा दिल को लुभा जाए तेरी शरम ये भोलापन थी ये किस्मत हमारी सनम के लखो में तुमको पाया है अब यही दुआ तेरी ख़ुसीयो को ना लगे कभी नज़र गम की भी रब से मंगु ओर क्या प्यार का सफ़र है ये प्यारा कार्लो ये वाडा लेके हाथो में हाथ मेरा चलोगे मेरे संग यूही सदा हो धूप या च्चाया हो अंधेरा या उजाला हो ख़ुसी का या घाम का शमा अब तेरा ये दामन छूटे ना है यही दुआ तेरी बहो में जीना-मारना है तेरे कदमो में पहली पहली बार जगा है पहला प्यार तेरे ही लिए है यही दुआ तेरे मेरे प्यार को नही लगे नज़र किसी की रब से मंगु ओर क्या हो रब से मंगु ओर क्या हू रब से मंगु ओर क्या