Khali Khali Sa
Romy, Anurag Saikia, & Juno
3:55आसमान रूठा इक सितारे को मिलना आशिया धूप ने लूटा नन्हे से इक गुलसितां को साथिया सिसक रही हैं बारिशें और ज़मीन है धूल तेरी शाखों पे इक खाब है टूटा कहीं तो आँखों में मैं जोड़ता हूँ काँच बिखरे राहों में खामोशियाँ जो दिल को मेरे सहमाती हैं वो दिल से कह जाती हैं तूफ़ान तो आकर चल दिए सिहरन बाकी है जो मन में रह जाती है आँगन के सपनो से छोटे से क़दमों से रूठी है उड़ान तेरी आज तेरे पांखों से इक ख्वाब है टूटा कहीं तो आँखों में मैं जोड़ता हूँ काँच बिखरे राहों में आसमान रूठा इक सितारे को मिलना आशिया धूप ने लूटा नन्हे से इक गुलसितां को साथिया सिसक रही हैं बारिशें और ज़मीन है धूल तेरी शाखों पे इक खाब है टूटा कहीं तो आँखों में मैं जोड़ता हूँ कानच्छ बिखरे राहों में