Janib (Duet)

Janib (Duet)

Arijit Singh

Длительность: 5:43
Год: 2015
Скачать MP3

Текст песни

ले लवान मैं जिंद वेच के
जे मेरा साजन मिल जाए

आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
इश्क़ में तेरे दिल है मुसाफिर
भूला धड़कने तेरी खातिर
है ये वास्ते तेरे हाज़िर
इश्क़ में तेरे दिल है मुसाफिर
नींदें भी ले गये
मुझे यूँ दे गये
बेचैनियाँ.. बेचैनियाँ
आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में
आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में

दिन धड़कने लगे हैं तुझ में
साँस लेने लगी हैं रातें
कल तलाक़ लफ्ज़ भी नही थे
आज होने लगी हैं बातें

हो
दिन धड़कने लगे हैं तुझ में
साँस लेने लगी हैं रातें
कल तलाक़ लफ्ज़ भी नही थे
आज होने लगी हैं बातें
मेरी तू हो गयी
तभी तो खो गयी
तनहाईयाँ.. तनहाईयाँ

आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में

आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में

बिन तेरे ये जहाँ अब नहीं
तू है जहाँ रब है वहीं
तू है तो है मायने मेरे
वरना कोई मेरा मतलब नही
बिन तेरे ये जहाँ अब नहीं
तू है जहाँ रब है वहीं
तू है तो है मायने मेरे
वरना कोई मेरा मतलब नही
यादों में है तू ही
ख्वाबों में है तेरी
परछाईयाँ परछाईयाँ
आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में
आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में

आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में
आए जाए दिल तेरी जानिब
आना जाना लगता है वाजिब
दिल मुसाफिर है तेरे इश्क़ में