Tum Hi Ho
Arijit Singh
4:22कभी जो बादल बरसे मैं देखूं तुझे आँखें भरके तू लगे मुझे पहली बारिश की दुआ तेरे पहलू में रह लूँ मैं खुद को पागल कह लूँ तू गम दे या खुशियां सह लूँ साथिया कोई नहीं तेरे सिवा मेरा यहां मंज़िलें हैं मेरी तो सब यहां मिटा दे सभी आजा फ़ासले मैं चाहूँ मुझे मुझसे बांट ले ज़रा सा मुझं में तू झाँक ले मैं हूँ क्या ओ ओ ओ हे ए ए आ आ हे हे हे आ आ आ हे ए ए आ आ हे हे हे आ आ आ पहले कभी पहले कभी पहले कभी ना तूने मुझे ग़म दिया फिर मुझे क्यूँ तन्हा कर दिया गुज़ारे थे जो लम्हें प्यार के हमेशा तुझे अपना मान के तो फिर तूने बदली क्यु अदा येह क्यु किया ओ ओ ओ ओ ओ ओ कभी जो बादल बरसे मैं देखूं तुझे आँखें भर के तू लगे मुझे पेहली बारिश कि दुआ तेरे पहलू में रह लूँ मैं ख़ुद को पागल कह लूं तू गम दे या ख़ुशिया सेह लूं साथिया साथिया