Nahin Milta
Bayaan
4:46मेरे मुसाफ़िर चलो ज़रा बीते पल से आगे झाँक लें जो ना मिल सका उसे ज़िन्दगी का हासिल क्या कहें सुन रहा हूँ गूँज धड़कन की कैसे दिल को पत्थर मान लु कह रही है साँसों की क़सम बेखबर जिंदा हो तुम ओ हो जिंदा हो तुम जिंदा हु में जिंदा हु में ओ हो जिंदा हो तुम जिंदा हु में जिंदा हु में दायरों में घूमते हो किस घड़ी को ढूंढ़ते हो एक पल को ठहर जाना जो कभी फुर्सत मिले तो किन से शिकवा है ग़मों का किन से हैं खुशीआं जुड़ी जैसे भी गुज़रे थे दिन वो ज़िन्दगी में अब नहीं आज फिर सांसों की धुन है आज फिर जिंदा हो तुम ओ हो जिंदा हो तुम जिंदा हु में जिंदा हु में ओ हो जिंदा हो तुम जिंदा हु में जिंदा हु में ओ हो जिंदा हो तुम जिंदा हु में जिंदा हु