Teri Khair Mangdi
Bilal Saeed
3:46आ आ छोड़ दे छोड़ दे छोड़ दे आज हाथ रोक ले रोक ले आँखों में जज़्बात है शुरू आज से ये जुदाई की रात जा रहा हूँ लिए मैं तेरी याद साथ तेरी आघोष से डोर तेरी खुश्बुओं से डोर मुझे हो जाने दे आज खुद से तू डोर ढूँढ लूँगा कोई तो मैं ऐसी जगह ना जहाँ हो तेरी याद से राबता रास्तों से जुड़े ना कोई रास्ता फासलों से भी मिट ना सके फासला इन्न राबतों से डोर तेरे रास्तों से डोर मुझे हो जाने दे आज खुद से तू डोर लंबिया जूदाईयाँ हिस्से सद्डे आइयाँ रब्बा वे मोहब्बतन क्यूँ तू बनैईयाँ लंबिया जूदाईयाँ हिस्से सद्डे आइयाँ रब्बा वे मोहब्बतन क्यूँ तू बनैईयाँ लंबिया जूदाईयाँ हिस्से सद्डे आइयाँ रब्बा वे मोहब्बतन क्यूँ तू बनैईयाँ लंबिया जूदाईयाँ हिस्से सद्डे आइयाँ रब्बा वे मोहब्बतन क्यूँ तू बणिया इन्न रास्तों से दूर तेरे राबतों से दूर मुझे हो जाने दे आज खुद से तू दूर