Laagi Lagan Shankara
Hansraj Raghuwanshi
3:57राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता मन तो है चंचल तन तो है पिंजरा पिंजरे में है तेरा वास मन तो है चंचल तन तो है पिंजरा पिंजरे में है तेरा वास राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधा है अगर मिश्री तो मिठास है बिहारी राधा है अगर मोहिनी तो मोहन है बिहारी राधा है अगर गंगा तो धार है बिहारी राधा है अगर भोली तो चंचल है बिहारी एक दूजे के रँग में रहे हैं एक है चंदा एक चकोरी एक दूजे के रँग में रहे हैं एक है चंदा एक चकोरी राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता बरसाने की लाड़ली राधा हर लेती है सब दुःख बाधा राधा के संग झूमें कान्हाँ कान्हाँ के संग झूमीं सखियाँ ये अंबर बोले राधा ब्रज मंडल बोले राधा कान्हाँ की मुरली बोले राधा राधा राधा बस राधा इश्क त्रिष्णा ओ मेरे क्रिष्णा मीरा रोये दिन रात विष क्या होता शंभू से पूछो मीरा से पूछो ना ये बात राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता गोपाल गोविन्द बोल मना हरी हरी बोल मना क्रिष्णा राधे कृष्ण बोल मना राधे श्याम बोल मना राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता राधे राधे राधे बोल मना तन का क्या पता