Aap Ki Kashish
Himesh Reshammiya
5:32आज इस मुबारक मौके पर मैं आप लोगो को मेरी और Kamini की दास्तान सुनना चाहता हू मोहोब्बत की दास्तान इक हसीना थी, इक दीवाना था क्या उमर, क्या समा, क्या ज़माना था आ आ आ हे हे हे हे हे हे हे हे हे ला ला ला ला ला ला ला ला इक हसीना थी हसीना थी इक दीवाना था दीवाना था क्या उमर, क्या समा, क्या ज़माना था आ आ आ (?) हो हो हो हो हो एक दिन वो मिले रोज़ मिलने लगे एक दिन वो मिले रोज़ मिलने लगे फिर मुहब्बत हुई बस क़यामत हुई सुन के ये दासताँ, (हा) खो गये तुम कहाँ लोग हैरान हैं, क्यों की अन्जान हैं इश्क़ की वो गली, बात जिसकी चली उस गली में मेरा आना, जाना था इक हसीना थी, इक दीवाना था क्या उमर थी क्या समा था क्या ज़माना था आ आ आ इक हसीना थी, इक दीवाना था उस हसीन ने कहा सुनो जान-ए-वफ़ा उस हसीन ने कहा सुनो जान-ए-वफ़ा ये फ़लक़ ये ज़मीं, तेरे बिन कुछ नहीं तुझपे मरती हूँ मैं, प्यार करती हूँ मैं तेरे बिन जिंदगी कुछ नही कुछ नही आशिक़ी मैं उनका आलम क्या सुहाना था इक हसीना थी, इक दीवाना था क्या उमर थी क्या समा था क्या ज़माना था आ आ आ इक हसीना थी, इक दीवाना था आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ बेवफ़ा यार ने, अपने महबूब से ऐसा धोखा किया ऐसा धोखा किया ऐसा धोखा किया ज़हर उसको दिया ज़हर उसको दिया ज़हर उसको दिया आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ मर गया, वो जवाँ मर गया, वो जवाँ अब सुनो दासताँ जन्म लेके कहीं, फिर वो पहुंचा वहीं शक़्ल अन्जान की, अक़ल हैरान की सामना जब हुआ, फिर वही सब हुआ सामना जब हुआ, फिर वही सब हुआ उसपे ये क़र्ज़ था, उसका ये कर्ज़ था कर्ज़ को फर्ज़ अपना चुकाना था हे हे हे हे हे हे हे हे (हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो) ला ला ला ला ला ला ला ला (ला ला ला ला ला ला ला ला) हे हे हे हे हे हे हे हे (हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो) ला ला ला ला ला ला ला ला (ला ला ला ला ला ला ला ला) हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो