Laadla
Ikka
2:58मन को कर दे खाली दुखों को तू त्याग दे जो हो गया वो भूल जा बस एक लंबी सांस ले मन को कर दे खाली दुखों को तू त्याग दे जो हो गया वो भूल जा बस एक लंबी सांस ले उच्चार कर ओम हरी ओम ओम हरी ओम उच्चार कर ओम हरी ओम ओम हरी ओम तू पानी जैसा बन खुद बना खुद का रास्ता ना कि बन कोई पत्थर जो रास्ता दूसरों का रोक के खड़ा इन दोनों बातों में है कहीं अंतर जो हो गया वो हो चुका भूल सब जो होगा अब आने वाले पलों पे तू ध्यान दे उजाले में तो कितने कई मिलेंगे उसको तलाश जो अँधेरे में भी साथ दे जो होते मन से सुंदर वो जानते नहीं नफरत हर चीज़ के लिए जी किसी चीज़ के लिए मर मत एहसास कर साँसें ले खास कर चेहरे तू उदास पर लगा खुशी का मरहम सब भरम तू सबको एक देख ना कि धर्म चार देख अच्छे आचरण अच्छे विचार देख तू विचार नकारात्मक अपने दूर रख सकारात्मक विचारों के फिर चमत्कार देख ओम हरी ओम ओम हरी ओम उच्चार कर ओम हरी ओम ओम हरी ओम कभी ऊपर नीचे कभी आगे पीछे कभी धूप छांव ये तो चलता रहता ज़िंदगी का ये दस्तूर पर उन चीज़ों के लिए जिनमें नहीं था तेरा हाथ तू कर दे खुद को माफ़ इसमें तेरा नहीं कसूर और बाकी गलतियों का तेरा जो भी था उधार उसमें लेकर आ सुधार ऐसा रख ले तू वसूल लंबी सांस ले लग जा खुद को ढूंढने की तलाश में अपने मन का सच कर ले तू कबूल चीज़ों के लिए रो मत जो कि नहीं है तेरे पास आभारी हो जा उनके लिए जो भी तेरे ख़ास कुछ लोग त्याग देते हैं यहाँ पे पैसे के लिए प्यार और जो दिल से अमीर उसे देते सब मिसाल मुझे कुकर्म का कंधों पे अब नहीं चाहिए भार मुझे खुल के है जीना मुझे देना सबको प्यार बेचैनी का है दौर जो कि दिल पर करे वार तो हम हाथ जोड़े साथ और फिर करते हैं हम उच्चार ओम हरी ओम ओम हरी ओम उच्चार कर ओम हरी ओम ओम हरी ओम