Sheikh Ji
Jagjit Singh
4:48आदमी आदमी को क्या देगा आदमी आदमी को क्या देगा जो भी देगा वहीं ख़ुदा देगा मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं मेरा क़ातिल क़ातिल, क़ातिल, क़ातिल क़ातिल, क़ातिल, क़ातिल मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं मेरा क़ातिल ही मेरा मुन्सिफ़ हैं क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा क्या मेरे हक़ में फ़ैसला देगा आदमी आदमी को क्या देगा जो भी देगा वहीं ख़ुदा देगा ज़िन्दगी को क़रीब से देखो ज़िन्दगी को, ओ ओ ओ ओ ज़िन्दगी को क़रीब से देखो ज़िन्दगी को क़रीब से देखो ज़िन्दगी को क़रीब से देखो इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा इसका चेहरा तुम्हें रुला देगा आदमी आदमी को क्या देगा जो भी देगा वहीं ख़ुदा देगा हमसे पूछो दोस्ती का सिला हमसे पूछो दोस्ती का सिला हमसे पूछो ना दोस्ती का सिला हमसे पूछो ना दोस्ती का सिला दुश्मनों का भी दिल हिला देगा दुश्मनों का भी दिल हिला देगा आदमी आदमी को क्या देगा आदमी आदमी को क्या देगा जो भी देगा वहीं ख़ुदा देगा