Ek Ajnabee Haseena Se
Kishore Kumar
4:27चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये मिलन की मस्ती भरी आँखों में हज़ारों सपने सुहाने लिये हो चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये ये मस्ती के नज़ारें हैं तो ऐसे में संभलना कैसा मेरी क़सम तू लहराती डगरिया हो तो फिर क्यूँ ना चलूँ मैं बहका बहका रे मेरे जीवन में ये शाम आई है मुहब्बत वाले ज़माने लिये हो चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये वो आलम भी अजब होगा वो जब मेरे करीब आएगी मेरी क़सम कभी बइयाँ छुड़ा लेगी कभी हँसके गले से लग जाएगी हाय मेरी बाहों में मचल जाएगी वो सच्चे झूठे बहाने लिये हो चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये बहारों में नज़ारों में नज़र डालूँ तो ऐसा लागे मेरी क़सम वो नैनों में भरे काजल घूँघट खोले खडी हैं मेरे आगे रे शरम से बोझल झुकी पलकों में जवाँ रातों के फ़साने लिये हो चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये मिलन की मस्ती भरी आँखों में हज़ारों सपने सुहाने लिये हो चला जाता हूँ किसी की धुन में धड़कते दिल के तराने लिये ला ला ला ला हे हे हे हे ओहो हे हे हे हे ला ला ला ला