Maa Main Khada Dwar Tere
Lakhbir Singh Lakkha
6:53कोई कमी नहीं है, दर मइया के जाके देख देगी तुझे दर्शन मइया, तू सर को झुका के देख अगर आजमाना है, तो आजमा के देख पल भर में भरेगी झोली, तू झोली फैला के देख वो है जग से बेमिसाल सखी माँ शेरोवाली कमाल सखी वो है जग से बेमिसाल सखी माँ शेरोवाली कमाल सखी की री तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री, तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं जो सच्चे दिल से द्वार मइया के जाता है वो मुँह माँगा वर माँ जगजननी से पाता है जो सच्चे दिल से द्वार मइया के जाता है वो मुँह माँगा वर माँ जगजननी से पाता है फिर रहे न वो, फिर रहे न वो, कंगाल सखी फिर रहे न वो, कंगाल सखी, हो जाये मालामाल सखी फिर रहे न वो, कंगाल सखी, हो जाये मालामाल सखी की री तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री की री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं माँ पल -पल करती अपने भक्त की रखवाली दुःख रोग हरे एक पल में माँ शेरोवाली माँ पल -पल करती अपने भक्त की रखवाली दुःख रोग हरे एक पल में माँ शेरोवाली करे पूरे सभी करे पूरे सभी, सवाल सखी बस मन से, भरम निकाल सखी करे पूरे सभी, सवाल सखी बस मन से, भरम निकाल सखी की री तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री की री तुझे क्या बतलाऊं की री तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री की री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं माँ भर दे खाली गोद, की रे आँगन भर दे रे खुशियों के लगा दे ढेर, सुहागन कर दे रे माँ भर दे खाली गोद, की रे आँगन भर दे रे खुशियों के लगा दे ढेर, सुहागन कर दे रे माओं को देती माओं को देती, लाल सखी रहने दे न, रे कोई मलाल सखी माओं को देती, लाल सखी रहने दे न, रे कोई मलाल सखी की री तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री की री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊं हर कमी करे पूरी माँ, अपने प्यारो की लम्बी है कहानी, मइया के उपकारों की हर कमी करे पूरी माँ, अपने प्यारो की लम्बी है कहानी, मइया के उपकारों की देती है मुसीबत, टाल सखी देती है मुसीबत, टाल सखी कहा जाये न, सारा हाल सखी देती है मुसीबत, टाल सखी कहा जाये न, सारा हाल सखी की री तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री की री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं वो है कितनी दीनदयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं तुझे क्या बतलाऊं