Mehboob
Mitraz
3:06गुस्ताखियाँ तेरी मेरी जाने पिया दो भी ज़रा ये रतिया कहने लगी बातें दिल की कह लो ज़रा तूने अँखियों में जो झलकाई ज़ुल्फ़ें मेरे सपनों में जो चली आई हल्के तूने मुखड़े पे जो तेरे हाथ हैं फेरे तेरी बाँहों में मैं सो जाऊँ चुपके ओ चाँदनी सी ज़ुल्फ़ वाले आ चुरा ले दिल मेरा ओ चाँदनी सी ज़ुल्फ़ वाले यूँ बता दे क्या है तेरा बागों में इक ही कली तू है काली रातों में खिली चाँदनी तू है ख़यालों में मेरे छाई तू है चैन लाए जो छाँव भी तू है तूने अँखियों में जो झलकाई ज़ुल्फ़ें मेरे सपनों में जो चली आई हल्के तूने मुखड़े पे जो तेरे हाथ हैं फेरे तेरी बाँहों में मैं सो जाऊँ चुपके ओ चाँदनी सी ज़ुल्फ़ वाले आ चुरा ले दिल मेरा ओ चाँदनी सी ज़ुल्फ़ वाले यूँ बता दे क्या है तेरा