Ye Mulaqat Ek Bahana Hai (From "Khandaan")
Lata Mangeshkar
4:40मुझे छू रही हैं तेरी गर्म साँसें मेरे रात और दिन महकने लगे हैं तेरी नर्म साँसों ने ऐसे छुआ है कि मेरे तो पाँव बहकने लगे हैं लबों से अगर तुम बुला ना सको तो निगाहों से तुम नाम लेकर बुला लो तुम्हारी निगाहें बहुत बोलती हैं ज़रा अपनी आँखों पे पलकें गिरा दो मुझे छू रही हैं तेरी गर्म साँसें मेरे रात और दिन महकने लगे हैं पता चल गया है कि मंज़िल कहाँ है चलो, दिल के लंबे सफ़र पे चलेंगे सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर जहाँ तक तुम्हारे क़दम ले चलेंगे मुझे छू रही हैं तेरी गर्म साँसें मेरे रात और दिन महकने लगे हैं तेरी नर्म साँसों ने ऐसे छुआ है कि मेरे तो पाँव बहकने लगे हैं