Mujhe Dardedil Ka Pata Na Tha
Mohd Rafi
3:26मुझे तुमसे मोहब्बत है मगर मैं कह नहीं सकता मुझे तुमसे मोहब्बत है मगर मैं कह नहीं सकता मगर मैं क्या करूँ बोले बिना भी रह नहीं सकता मुझे तुमसे मोहब्बत है मगर मैं कह नहीं सकता मेरे ख्वाबों की शहजादी जहाँ तुम मुस्कुराती हो बहारे क्या फिजाओं में हजारो गुल खिलाती हो तुम्हे जिसने भी देखा है जुदाई सह नहीं सकता मुझे तुमसे मोहब्बत है मगर मैं कह नहीं सकता ज़माना लाख बादल बन के छा जाये निगाहो पर मोहब्बत का उजाला फैलाता जायेगा राहों पर मोहब्बत चाँद ऐसा है कभी जो गहे नहीं सकता मुझे तुमसे मोहब्बत है मगर मैं कह नहीं सकता