Madhanya
Rahul Vaidya
बीते सारे मौसम बाबूल तेरे घर में अब चले पाँव मेरे पिया के शहर मैं बीते सारे मौसम बाबूल तेरे घर में अब चले पाँव मेरे पिया के शहर मैं हो तुने विदाईयाँ कैसे लिखी मरजानियाँ कैसे बताये ओ रब्बा सही नयों जानियाँ मधाणियाँ हाये ओ मेरे बाबला तेरीयाँ मिठीयाँ यादां मेरे पीछे पीछे आणियाँ हाये हाये ओ मेरे बाबला मेरिया हुण गुडियां कोल तेरे रेह जाणियां हाये हाँ आ आ आ हाँ आ आ आ हाँ आ आ आ ह्म्म्म हो ओ ओ कुछ भी नही है तेरे कदमों से आगे कदमों से आगे कदमों से आगे तुझसे जो बांधे मैनें टूटेंगे ना धागे टूटेंगे ना धागे टूटेंगे ना धागे हाथ मेरा थामा तुने तेरी मेहरबानियां मेरे नाम अब से तेरी सारी परेशानियां मधाणियां हाये वे मेरेया डाडया रब्बा किन्ना जमियां किन्ना ने लेइ जानिया हाय हाये वे मेरेया डाडया रब्बा किन्ना जमियां किन्ना ने लेइ जानिया हाय हाँ आ आ आ हाँ आ आ आ हाँ आ आ आ ह्म्म्म ह्म्म्म (हे हे ए हाय हाय हाय) हाँ आ आ आ हाँ आ आ आ हाँ आ आ आ ह्म्म्म ह्म्म्म (मधाणियां मधाणियां मधाणियां)