Latak Jaiba
Khesari Lal Yadav
4:13ओठ के लाली ढह जाता हो मेकअप कुल्ही बह जाता हो ओठ के लाली ढह जाता हो मेकअप कुल्ही बह जाता हो तर तर छूअता पसीना खोजे बेंना कबले गर्मी से जरत रहनीं जरत रहनीं अरे जरत रहनीं कूलर कुर्ती में लगाला लगाला लगाला कूलर कुर्ती में लगाला कि कूलिंग करत रहलीं कूलर कुर्ती में लगाला कि कूलिंग करत रहलीं उखि बिखि भइल बा मनवा बहे ना कवनो हवा जरेला देहिया अइसें जैसे जरे चूल्ही पे तवा ए हो चला चला रानी तु बगइचा चला हवा ताजा ताजा मिली पूरबी बयारिया झुर झुर बहे पिपरा के पतवा हिली होखे चूं-चूंनी बड़ा चोलिया के भीतरी केतना पाउडर धरत रहनीं धरत रहनीं अरे धरत रहनीं कूलर कुर्ती में लगाला लगाला लगाला कूलर कुर्ती में लगाला कि कूलिंग करत रहलीं कूलर कुर्ती में लगाला कि कूलिंग करत रहलीं एक त जुल्मी गर्मी बावे ऊपर से जराता लाइट बढ़नी मारा मुअना दर्जिया सियले बा कुर्ती टाइट ए हो आवा आवा धनिया हम दही के मठा तोहरा के पियाई दिहीं हो जाइबू कूल आवा नियरा हवा गमछा से हीलाई दिहीं कबले ई देह जरी जले मरकरी हाय कपड़ा के ऊपर बरात रहलीं बरात रहलीं अरे बरात रहलीं कूलर कुर्ती में लगाला लगाला लगाला कूलर कुर्ती में लगाला कि कूलिंग करत रहलीं कूलर कुर्ती में लगाला कि कूलिंग करत रहलीं