Sabse Hi Pyara Hai Mere Lakh Data
Ram Kumar Lakha
4:37गरीबी से बुरा हाल धरम पत्नी के बार बार कहने पर सुदामा जी ना चाहते हुए अपने बचपन के मित्र श्री कृष्ण से मिलने चला द्वारकाधीश के महलों के अंदर जाने का प्रयास किया तो द्वारपालों ने कहा ऐ किधर जाता है तो सुदामा ने प्रार्थना की ऐ द्वारपालों देखो देखो ये गरीबी ये गरीबी का हाल कृष्ण के दर पे विश्वास लेके आया हूँ मेरे बचपन का यार है मेरा श्याम यही सोच कर मैं आस लेके आया हूँ अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो अरे द्वारपालों उस कन्हैया से कह दो के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है भटकते भटकते ना जाने कहाँ से भटकते भटकते ना जाने कहाँ से तुम्हारे महल के करीब आ गया है तुम्हारे महल के करीब आ गया है ओ अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा, हा आ आ बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा हा आ आ, बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा हो ओ, ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा (हम्म हम्म) बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा हा आ आ, बतादो कन्हैया को नाम है सुदामा इक बार मोहन से जाकर के कहदो तुम इक बार मोहन से जाकर के कहदो के मिलने सखा बद नसीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है हो अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है सुनते ही दौड़े चले आये मोहन लगाया गले से सुदामा को मोहन हा आ आ लगाया गले से सुदामा को मोहन हे लगाया गले से सुदामा को मोहन हो सुनते ही दौड़े चले आये मोहन लगाया गले से सुदामा को मोहन हो सुनते ही दौड़े चले आये मोहन (हम्म हम्म) लगाया गले से सुदामा को मोहन हा आ आ लगाया गले से सुदामा को मोहन हुआ रुकमनी को बहुत ही अचम्भा हुआ रुकमनी को बहुत ही अचम्भा यह मेहमान कैसा अजीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है हे अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है बराबर में अपने सुदामा बैठाये चरण आंसुओ से श्याम ने धुलाये, हा आ आ चरण आंसुओ से श्याम ने धुलाये, हाय चरण आंसुओ से श्याम ने धुलाये बराबर में अपने सुदामा बैठाये चरण आंसुओ से श्याम ने धुलाये, हो बराबर में अपने सुदामा बैठाये (हम्म हम्म) चरण आंसुओ से श्याम ने धुलाये, हा आ आ चरण आंसुओ से श्याम ने धुलाये ना घबराओ प्यारे ज़रा तुम सुदामा ना घबराओ प्यारे ज़रा तुम सुदामा खुशी का समा तेरे करीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है हो अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है के दर पे सुदामा गरीब आ गया है गरीब आ गया है