Karta Bayaan (Feat. Karun)
Sangeetkir
3:07आँखों (आँखों, आँखों), आँखों, आँखों आँखों (आँखों) की गुस्ताख़ियाँ (हाँ) आँखों, आँखों (हाँ), आँखों, आँखों (हाँ) की गुस्ताख़ियाँ आँखों की गुस्ताख़ियाँ (गुस्ताख़ियाँ) तू माफ़ कर (तू माफ़ कर), तू माफ़ कर (तू माफ़ कर, तू माफ़ कर) आँखों की (आँखों की) गुस्ताख़ियाँ (गुस्ताख़ियाँ) तू माफ़ कर (तू माफ़ कर), तू माफ़ कर (तू माफ़ कर, तू माफ़ कर) करी बातें दो आँखों से तो मैं खड़ा अँधा घूरूँ फ़िर भी, ऐसी रातों का यहाँ पे अंत ना आता तेरे पास पर लगता नहीं मेरा दिन आज करूँ मैं फ़िर क्या? तेरा नाम लेना तमन्ना मैं नहीं जानूँ तुझे, तुझसे मैं कब मिला? परमाणु पल ये पर मानूँ तूने मुझे देखा पर देखे फटती, तू देखे कह दे फ़िर अलविदा पर्दा ये कैसा, जो छुपे ना, हटे, फटे ना आँखों की गुस्ताख़ियाँ (गुस्ताख़ियाँ) तू माफ़ कर (तू माफ़ कर), तू माफ़ कर (तू माफ़ कर, तू माफ़ कर) आँखों की (आँखों की) गुस्ताख़ियाँ (गुस्ताख़ियाँ) तू माफ़ कर (तू माफ़ कर), तू माफ़ कर (तू माफ़ कर, तू माफ़ कर) मेरी आँखों की गुस्ताख़ियों को करना माफ़ अब दिखती है बस तू, निहारूँ जब मैं कोई और अब कैसा ये नशा, जब तू दिखे सब में तो चाहिए मुझे सब-सब, हाँ जी, सब-सब-सब-सब कैसी बातें मैं ख़ुद से कर रहा हूँ तुझसे डर रहा हूँ, तुझसे डर-डर रहा हूँ कैसी बातें मैं तुझसे कर रहा हूँ ख़ुद से लड़ रहा हूँ, ख़ुद से लड़-लड़ रहा हूँ सोचूँ मैं रात-भर, मैं ही हूँ नासमझ जानूँ, मैं जानूँ, तू हीरा, मैं जानवर मिले भी मुझको तो क्या पता मैं खो दूँ कब तो जीता नशे में मैं, नहीं होगी मोहब्बत अब नहीं होगी मोहब्बत अब, नहीं होगी, नहीं होगी आँखों (हाँ, आँखों, हाँ), आँखों, आँखों आँखों (हाँ) की गुस्ताख़ियाँ (हाँ) आँखों की गुस्ताख़ियाँ (गुस्ताख़ियाँ) तू माफ़ कर (तू माफ़ कर), तू माफ़ कर (तू माफ़ कर, फ़िर से लेंगे, तू माफ़ कर) आँखों की (आँखों की) गुस्ताख़ियाँ (गुस्ताख़ियाँ) तू माफ़ कर (तू माफ़ कर), तू माफ़ कर (तू माफ़ कर, फ़िर से लेंगे, तू माफ़ कर) हा हा हा हा हा हा हा