Kaisa Mai
Arpit Bala
2:53आ आ आ आ आ आज करता बयान, हाँ मैं करता बयान तुझे ख़ुद से भी ज़्यादा क्यों मैंने चाहा आज चाहिए वही और तू भी यहाँ मैं करता बयान, हाँ मैं करता बयान लिख के बना दी तेरी तस्वीरें बोलूँ कैसे इस पल को लगे ये हीरे धीरे से फिर छीनू इस पल को आ धीरे न जा न भले ही पर तू मेरी ही है है वो सब तू सब तू जो हुआ धुंआ में दिखता रख लूँ मैं तुझको मैं मुझमे न रुकना आजा रुकना रुक रुक रुकना करता बयान, हाँ करता बयान तुझे ख़ुद से भी ज़्यादा क्यों मैंने चाहा आज चाहिए वही और तू भी यहाँ करता बयान, हाँ मैं करता बयान करता बयान मैं गल्ल’आ आज सारियाँ (हो हो) तेरे पीछे किनी रातां मैं गुज़ारियाँ किनी गल्ल’आ याद लड़ दी ओ सारी रात (हो हो) सारी सारी रात, आए उन्हें ओही याद तेरे पीछे गुज़ारियाँ मैं किनियाँ रातां करदा बयान मैं सारियाँ नी गल्लां बातां सारी सारी रात, आए उन्हें ओही याद जब तू लड़ती रहियो रुकी न तू रुकी न रुकती न तू मेरे पास में तू मेरे साथ में तू मेरा हाल जाने, क्या ख़्याल है तू मेरी यादों में, ये क्या सवाल है तू मेरी बातों में, तू शमशानों में चलती है जो तू मेरी आँखों में चलती है जो थी मेरे कानों में रातों को पीते तेरी यादों में है तू मुझसे ज़्यादा आज ख़ुद के पास इसकी तलाश करले तू आज इन ख़्वाबों में, चल कायनात इन वादों में बस यही रात मेरे हालात, न हो मुलाकात मेरे हालात, न हो आज रात मेरे हालात, देने लगे मुझको मात मेरे हालात, लगे तुम्हे सीधी बात सीधी बात, हां सीधी बात तुझे ख़ुद से भी ज़्यादा क्यों मैंने चाहा आज चाहिए वही और तू भी यहाँ आज करता बयान, हाँ करता बयान तुझे ख़ुद से भी ज़्यादा क्यों मैंने चाहा आज चाहिए वही और तू भी यहाँ मैं करता बयान, हाँ मैं करता बयान, हो हो हो