Kya Hua Tera Vada
Mohammed Rafi, Sushma Shrestha
4:18निगाहें रुक गयीं हाय कहाँ पर तड़प कर रह गया नग़मा जुबां पर धुआं सा उठ रहा है आसमान पर गिरी बिजली किसी के आशियाँ पर कैसे बजे दिल का सितार ठेस लगी टूट गए तार जीता हुआ जीवन का प्यार हाय कोई आज गया हार दिल कहीं आवाज़ कहीं नग़मा कहीं साज़ कहीं दिल कहीं आवाज़ कहीं नग़मा कहीं साज़ कहीं देख ये घबरायी नज़र देख ये घबरायी नज़र आ आ आ आ खोल न दे राज़ कहीं खोल न दे राज़ कहीं ओ ओ ओ आज कहे दिल बार बार नैया मेरी कैसे लागे पार दिल में छुपाए हुए ग़म कैसे रहूँ रह न सकूँ टूट पड़े मुझ पे सितम और मैं कुछ कह न सकूँ दिल में छुपाए हुए ग़म कैसे रहूँ रह न सकूँ टूट पड़े मुझ पे सितम और मैं कुछ कह न सकूँ ओ ओ ओ गीत में है दिल की पुकार गाये जा तू साजन के द्वार