Woh Lamhe Woh Baatein (From "Zeher")
Atif Aslam
5:21जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के, मैं जाऊँ कहाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के, मैं जाऊँ कहाँ हो के जुदा है साथ भी, तू दूर भी तू पास भी जैसे ज़मीं से है ये आसमाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ तुझसे अलग हो के भी मैं, तुझसे अलग हो न पाया धरती पे जितना गगन है, उतना ही है तेरा साया तुझसे अलग हो के भी मैं, तुझसे अलग हो न पाया धरती पे जितना गगन है, उतना ही है तेरा साया यादें तेरी बातें तेरी, दिन हैं तेरे रातें तेरी पाऊँ तुझे ही मैं जाऊँ जहाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ हाँथों से हाँथ हैं छूटे, दिल से दिल छूटे नहीं हैं रिश्तों के फूल अभी तक, शाखों से टूटे नहीं हैं हाँथों से हाँथ हैं छूटे, दिल से दिल छूटे नहीं हैं रिश्तों के फूल अभी तक, शाखों से टूटे नहीं हैं खुशियाँ तेरी ग़म हैं तेरे, दिल में मेरे मौसम तेरे महका तुझी से है ये गुलसिताँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ होके जुदा है साथ भी, तू दूर भी तू पास भी जैसे ज़मीं से है ये आसमाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ जान-ए-जाँ तुझसे बिछड़ के मैं जाऊँ कहाँ