Koi Sehri Babu
Shruti Rane
2:56हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये बरसे घन घोर घटा सीने में तूफ़ान उठा मौसम रोमांस का मान ले सईया तू बात ज़रा ओ ड्यूटी को छोड़ के आ ब्यूटी से आँख मिला वर्ना पछताएगा सुन ले दिल मेरा बोल रहा.. तेरी दो टकिया दी नौकरी वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी मुझे पल पल है तड़पाये तेरी दो टकिया दी नौकरी वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी बारिश में दिल डूब रहा बारिश में दिल डूब रहा मैंने सब होश लुटाये इस सावन में गले लगा ले आज मिलन हो जाये हो जाये हो जाये गरज गरज के ये बिजली चाहत की प्यास जगाये तेरी दो टकिया दी नौकरी वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय हाय हाय हाय हाय हाय.. हाय हाय हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी मुझे पल पल है तड़पाये तेरी दो टकिया दी नौकरी वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय हाय ये मजबूरी हाय हाय ये मजबूरी डिंग डंग डिंग डंग डिंग डंग डंग डिंग डंग डिंग डंग डिंग डंग डंग कितने सावन बीत गए कितने सावन बीत गए बैठी हूँ आस लगाये जिस सावन में मिले सजनवा वो सावन कब आये कब आये कब आये मधुर मिलन का ये सावन हाथों से निकला जाए तेरी दो टकिया दी नौकरी वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी मुझे पल पल है तड़पाये तेरी दो टकिया दी नौकरी वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी