Zindagi Ki Raahon Mein Ranji Gham Ke Mele Hain

Zindagi Ki Raahon Mein Ranji Gham Ke Mele Hain

Sonu Nigam, Nikhil-Vinay, & Saba Afgani

Альбом: Kasam Teri Kasam
Длительность: 6:57
Год: 1993
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Текст песни

ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं

हो हो हो हो
आ आ आ आ
हो हो हो हो
आ आ आ आ

ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं

ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं

आईने के सौ टुकड़े हमने करके देखे हैं

आईने के सौ टुकड़े हमने करके देखे हैं
आईने के सौ टुकड़े हमने करके देखे हैं
एक में भी तन्हा थे
एक में भी तन्हा थे सौ में भी अकेले हैं
एक में भी तन्हा थे सौ में भी अकेले हैं
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं

जब शबाब आया है आंख क्यों चुराते हो
जब शबाब आया है आंख क्यों चुराते हो
जब शबाब आया है आंख क्यों चुराते हो
बचपने में हम और तुम
बचपने में हम और तुम साथ साथ खेले हैं
बचपने में हम और तुम साथ साथ खेले हैं
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
ज़िंदगी की राहों में रंज़ो ग़म के मेले हैं

गेसुओं के साये में हमने शब गुज़ारी है

हो गेसुओं के साये में हमने शब गुज़ारी है
गेसुओं के साये में हमने शब गुज़ारी है
आपसे जुदा होके
आपसे जुदा होके आज तक अकेले हैं
आपसे जुदा होके आज तक अकेले हैं
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की
भीड़ है क़यामत की और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं
और हम अकेले हैं