Pyar Kiya To Nibhana
Anuradha Paudwal
5:08अच्छी अच्छी अच्छी अच्छी मुझे तुम चुपके चुपके जब ऐसे देखती हो अच्छी लगती हो कभी ज़ुल्फ़ों से, कभी आँचल से जब खेलती हो अच्छी लगती हो मुझे देख के जब तुम यूँ ठंडी आहें भरते हो अच्छे लगते हो मुझको जब लगता है तुम मुझपर ही मरते हो अच्छे लगते हो तुममें ऐ मेहरबान, सारी है खूबियाँ भोलापन सादगी, दिलकशी ताज़गी दिलकशी तुमसे है, ताज़गी तुमसे है तुम हुए हमनशी, हो गयी मैं हसीं रंग तुमसे मिले है सारे तारीफ़ जो सुनके तुम ऐसे शर्मा जाती हो अच्छी लगती हो कभी हँस देती हो और कभी इतरा जाती हो अच्छी लगती हो मुझे देख के जब तुम यूँ ठंडी आहें भरते हो अच्छे लगते हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो खोये से तुम हो क्यों, सोच में गुम हो क्यों(खोये से तुम हो क्यों, सोच में गुम हो क्यों) बात जो दिल में हो, कह भी दो, कह भी दो सोचता हूँ के मैं, क्या पुकारूं तुम्हें दिलनशीं नाज़नीं, माहरू महज़बीं ये सब है नाम तुम्हारे मेरे इतने सारे नाम है, जब तुम ये कहते हो अच्छे लगते हो अच्छे अच्छे अच्छे अच्छे मेरे प्यार में जब तुम खोये खोये से रहते हो अच्छे लगते हो वो ओ ओ मुझे तुम चुपके चुपके जब ऐसे देखती हो अच्छी लगती हो कभी ज़ुल्फ़ों से, कभी आँचल से जब खेलती हो अच्छी लगती हो अच्छे लगते हो अच्छी लगती हो अच्छे लगते हो अच्छी लगती हो अच्छे लगते हो ला ला ला ला आ ला ला ला ला ला ला ला ला आ ला ला ला ला ला ला ला ला आ ला ला ला ला ला ला ला ला आ ला ला ला ला ला ला ला ला आ ला ला ला ला ला ला ला ला आ ला ला ला ला ला ला ला ला आ ला ला ला ला