Fiqrana

Fiqrana

Vijay Prakash

Длительность: 5:22
Год: 2009
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Текст песни

फ़िक़राना होके हम जिए
खांखा हम जिए ना क्यूँ
बेपरवाह होके हम जिए
खांखा हम जिए ना क्यूँ

फ़िक़राना होके हम जिए
खांखा हम जिए ना क्यूँ
बेपरवाह होके हम जिए
खांखा हम जिए ना क्यूँ
जीते है आड़ आड़ अडके हम
गुर गुर गुर से हम
मिलते है रोम रोम से हम
चलते है दूं दूं दूं से हम
महकते गुलज़ारों में हम
चमकते सीताअरों में हम
दहकते अंगारों में हम
लहकते हाववाओ में हम
हो यह फ़िक़राना
यह फ़िक़राना हो हो हो

तकागुल अपनी रंगत
है शातिर अपनी संगत
थोड़े से हम है दीवाने
यहीं है अपनी दौलत
मैं पूरी कर लून हसरत
ना मॅन की सारी मन्नत
मुझे कोई रोक नही टोक
नही मैं मॅन माना
हो शुरू सुकून शरार
मैं मज़ा सदा गवारा
यह ष्क़ गवारा
होने दे यह मुलाक़ातें
थोड़े दिन थोड़ी सी रातें
सोचेंगे फिर यह हम
चाहेंगे या ना चाहेंगे हम
जीते है आड़ आड़ अडके हम
गुर गुर गुर से हम
मिलते है रोम रोम से हम
चलते है दूं दूं दूं से हम
महकते गुलज़ारों में हम
चमकते सीताअरों में हम
दहकते अंगारों में हम
लहकते हाववाओ में हम
हो यह फ़िक़राना
यह फ़िक़राना हो हो हो

है कातिल अपनी रंगत,
है शातिर अपनी संगत
थोड़े से हम है दीवाने
यहीं है अपनी दौलत
तो कर ले सबसे खिलाफत
तू बन जा मेरी मोहब्बत
जहाँ से लग जवँगा
मार जवँगा मैं मस्ताना
हो शोरू करूँ इश्क़ गुज़ारा
जो चले वो चले
अपना है जमाना
होंगी संग दिल हमारे
आसमान के यह तारे
मिलेंगे तब तुम
हम खातर देंगे  हम
जीते है आड़ आड़ अडके हम
गुर गुर गुर से हम
मिलते है रोम रोम से हम
चलते है दूं दूं दूं से हम
महकते गुलज़ारों में हम
चमकते सीताअरों में हम
दहकते अंगारों में हम
लहकते हाववाओ में हम
हो यह फ़िक़राना
यह फ़िक़राना…..हो हो ह