Ulfat (Feat. Seemab Arshad)

Ulfat (Feat. Seemab Arshad)

Zack Knight

Альбом: Reborn
Длительность: 3:42
Год: 2025
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Текст песни

तेरी दिल्लगी के सिवा ये एन शीन क्या हे

तेरी बात करने से रुकते नहीं
मेरे लब ये मेरी भी सुनते नहीं
तुम्हें है कसम मुझको अपना बनालो
दीवानों के साथ ऐसा करते नहीं
मेरी आँखों में आँखें डाल के जो देख ले तू तो
के तेरी दीद के सदके मैं हम ने खुद को वार दिया है
कि इक दिन तिश्नगी होठों से मेरे मिट ही जाएगी
रात तो वक़्त की पाबंद है, ये ढल ही जाएगी
मेरी उल्फत तेरे दिल में ठिकाना कर ही जाएगी
के आधी रात की सज्दों में तुझ को रब से माँगा है
मेरे होंठों से निकली ये दुआ दम भर ही जाएगी
भर ही जाएगी

तेरे बिना जागूँ सारी रात इंतज़ार में
इतना बता दे क्या कमी है मेरी प्यार में
आँखें दोनों तरसे ये तेरी ही दीदार को
धोखा ना तू देना मुझे मेरी ऐतबार में
कि तेरी याद आती है मुझे, अपना बनाती है
अँधेरे में मुझे देखे तो वो शमा जला ती हे
यार मेरी जान है, वो जान का आना जाना है
याद आई गई या जाके आखिर तुझको आना है
मेरी आँखों में आँखें डाल के जो देख ले तू तो
के तेरी दीद के सदके मैं हम ने खुद को वारा है
कि इक दिन तिश्नगी होठों से मेरे मिट ही जाएगी
रात तो वक़्त की पाबंद है, ये ढल ही जाएगी
मेरी उल्फत तेरे दिल में ठिकाना कर ही जाएगी
के आधी रात की सज्दों में तुझ को रब से माँगा है
मेरे होंठों से निकली ये दुआ दम भर ही जाएगी

तेरी दिल्लगी के सिवा ऐन क्या है
ये क्या शीन, ये बता काफ़ क्या है
तेरी दिल्लगी के सिवा ऐन क्या है
ये क्या शीन, ये बता काफ़ क्या है
मोहब्बत तेरी मेरी साँसों में दौड़
मोहब्बत बिन मेरी औक़ात क्या है
मेरी आँखों में आँखें डाल के जो देख ले तू तो
के तेरी दीद के सदके मैं हम ने खुद को वार दिया है
मेरा वादा है तुझको भी मोहब्बत हो ही जाएगी
रात तो वक़्त की पाबंद है, ये ढल ही जाएगी
मेरी उल्फत तेरे दिल में ठिकाना कर ही जाएगी
के आधी रात की सज्दों में तुझ को रब से माँगा है
मेरे होंठों से निकली ये दुआ दम भर ही जाएगी
रात तो वक़्त की पाबंद है, ये ढल ही जाएगी
मेरी उल्फत तेरे दिल में ठिकाना कर ही जाएगी
के आधी रात की सज्दों में तुझ को रब से माँगा है
मेरे होंठों से निकली ये दुआ दम भर ही जाएगी