Satranga
Arijit Singh
4:32मैनु चड़ेया इश्क़ में रंग तेरा इक हो गया अंग मेरा अंग तेरा रब मिलेया जद मिलेया माही मैनु संग तेरा ना हो के भी करीब तू हमेशा पास था के सौ जनम भी देखता मैं तेरा रास्ता ना हो के भी करीब तू हमेशा पास था के सौ जनम भी देखती मैं तेरा रास्ता जो भी है सब मेरा तेरे हवाले कर दिया जिस्म का हर रुआं तेरे हवाले कर दिया जो भी है सब मेरा तेरे हवाले कर दिया जिस्म का हर रुआं तेरे हवाले कर दिया देखा जमाना सारा भरम है इश्क़ इबादत इश्क़ करम है मेरा ठिकाना तेरी ही देहलीज़ है मैं हूँ दीवारें छत है पिया तू रब की मुझे रेहमत है पिया तू मेरे लिए तू बरकत का तावीज़ है ज़रा कभी मेरी नज़र से खुद को देख भी है चाँद में भी दाग पर ना तुझमे एक भी खुद पे हक़ मेरा तेरे हवाले कर दिया जिस्म का हर रुआं तेरे हवाले कर दिया जो भी है सब मेरा तेरे हवाले कर दिया जिस्म का हर रुआं तेरे हवाले कर दिया मैनु चड़ेया इश्क़ में रंग तेरा इक हो गया अंग मेरा अंग तेरा रब मिलेया जद मिलेया माही मैनु संग तेरा.