Bol Do Na Zara
Armaan Malik
4:53हम्म्म्म हम्म्म्म हम्म्म्म हम्म्म्म मुझको बरसात बना लो एक लम्बी रात बना लो अपने जज़्बात बना लो जाना मुझको अलफ़ाज़ बना लो दिल की आवाज़ बना लो गहरा सा राज़ बना लो जाना नशा हूँ मैं बहकने दो मेरे कातिल मुझे जीने का हक तो दो मुझको बरसात बना लो एक लम्बी रात बना लो अपने जज़्बात बना लो जाना मुझे अपने सिरहाने पे थोड़ी सी जगह दे दो मुझे नींद न आने की कोई तो वजह दे दो मुझे अपने सिरहाने पे थोड़ी सी जगह दे दो मुझे नींद न आने की कोई तो वजह दे दो हवा हूँ मैं लिपटने दो मेरे कातिल मुझे जीने का हक तो दो मुझको बरसात बना लो एक लम्बी रात बना लो अपने जज़्बात बना लो जाना तेरे संग गुज़र जाए ये उम्र जो बाकी है हँस दो न ज़रा खुल के काहे की उदासी है तेरे संग गुज़र जाए ये उम्र जो बाकी है हँस दो न ज़रा खुल के काहे की उदासी है सुबह हूँ मैं आने दो मेरे कातिल मुझे जीने का हक तो दो मुझको बरसात बना लो एक लम्बी रात बना लो अपने जज़्बात बना लो जाना मुझको बरसात बना लो एक लम्बी रात बना लो अपने जज़्बात बना लो जाना