Sher Sambhaji Title Track

Sher Sambhaji Title Track

Divya Kumar

Длительность: 4:15
Год: 2024
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Текст песни

हो ओ जोश हो रण में रोशन
जंग में केसरीया अंगार
जोश हो रण में रोशन
जंग में केसरीया अंगार
धरे ऐसा रौद्र रूप
करे दुश्मन का संहार
शेर शिवबा का वो अंश
मर्द मराठों का वंश
सारे कुल का पालनहार
ऐसे प्रतीत हो मल्हार

शेर संभाजी हमारे
शेर संभाजी पधारे
दुश्मन कांप उठा है
ऐसी धकधकती ज्वाला है
शेर संभाजी हमारे
शेर संभाजी पधारे
भैरव रूप वो धरे
हिंदू कुल के ताज सवारे

हिंदू भूमि का मान बढ़ाएं
शंभु सबके प्राण हैं
दुश्मन का जो काल बनें
वो केसरीया की शान हैं

वाडियों ने है सुनाई
शेर शंभु की लड़ाई
जिसने है मौत झुकाई
शंभु तीनों लोक सवाए
शंभु तीनों लोक सवाए
शेर संभाजी हमारे
शेर संभाजी पधारे
दुश्मन कांप उठा है
ऐसी धगधगती ज्वाला है
शेर संभाजी हमारे
शेर संभाजी पधारे
भैरव रूप वो धरे
हिंदू कुल के ताज सवारे

शिव का वो रूप अखंड
शक्ति हो ऐसी प्रचंड
शिव का वो रूप अखंड
शक्ति हो ऐसी प्रचंड
कोई आदि ना अंत हो
हिंदू धर्म का शिखर सजाएं
वीरों के महावीर
तख्त दिल्ली का शीश झुकाएं
ऐसी वो शमशीर
धरती अम्बर की जवानी
ना झुकें ना हार मानें
रण में आग लगाएं
दूजे अग्नि रूप शिवाजी
शेर संभाजी हमारे
शेर संभाजी जी पधारे
दुश्मन कांप उठा है
ऐसी धकधकती ज्वाला है

शेर संभाजी हमारे शेर संभाजी पधारे
भैरव रूप वो धरे हिंदू कुल के ताज सवारे