Haasil
Eden'S Echo
3:30हम्म हो रही है रहम की बारिश खो गए हैं ज़ख्म मेरे सारे तू मिला तो हुआ हूँ मैं काबिल तू सहा तो हुआ मैं मुन्तासिर हा, हा तू है तो परवाह नहीं मेरी सांसों में है दोही शोआ तू है तो परवाह नहीं हो, हो हा, हा तू है तो परवाह नहीं मेरी सांसों में है दोही शोआ तू है तो परवाह नहीं तू मेरा है तू मेरा है तू मेरा है तू मेरा है अंधेरी राहों में, तैरी घटाओं में तू मेरे हाथों को थामे रहे मेरे गुनाहों में, मेरी दगाओं में तू मेरे साथ न छोड़ा मुझे माना है, माना तुझे खुदा जाना है, जाना है दिल तेरा पाया है, पाया है राब्तां हो रही है रहम की बारिश खो गए हैं ज़ख्म मेरे सारे तू मिला तो हुआ हूँ मैं काबिल तू सहा तो हुआ मैं मुन्तासिर हा, हा तू है तो परवाह नहीं मेरी सांसों में है दोही शोआ तू है तो परवाह नहीं (दोही शोआ) हा, हा तू है तो परवाह नहीं मेरी सांसों में है दोही शोआ तू है तो परवाह नहीं तू मेरा है तू मेरा है तू मेरा है तू मेरा है