Radhika Dulari

Radhika Dulari

Indresh Upadhyay

Альбом: Radhika Dulari
Длительность: 6:42
Год: 2025
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Текст песни

ऐ सुन राधिका दुलारी
तेरे द्वार का भिखारी
तेरे श्याम का पुजारी
इक पीड़ा है हमारी
श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला

हम सोचते थे कान्हा कही
कुंजन में होगा
हम सोचते थे कान्हा कही
कुंजन में होगा वो
अभी तो मिलन का हमने
सुख नहीं भोगा
हाँ अभी तो मिलन का हमने
सुख नहीं भोगा
सुनके प्रेम की परिभाषा
सुनके प्रेम की परिभाषा
मन में बंधी थी जो आशा
आशा हुई रे निराशा
झूठी दे गया दिलाशा
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला

देता है कन्हाई जिसे
प्रेम की दशा
देता है कन्हाई जिसे
प्रेम की दशा
हो सब विधि उसकी लेता है परीक्षा
हो सब विधि उसकी लेता है परीक्षा
कभी निकट बुलाये
कभी निकट बुलाये
कभी दूरियां बढ़ाये
छलिया हाथ नहीं आये
छलिया हाथ नहीं आये
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला

अपना जहां जिसे कहे सब कोई
अपना जहां जिसे कहे सब कोई
उसके लिए मैं ही दिन रात रोई
उसके लिए मैं ही दिन रात रोई
नेह दुनिया से तोड़ा
नेह दुनिया से तोड़ा
नाता सांवरे से जोड़ा
नाता सांवरे से जोड़ा
उसने ऐसा मुख मोड़ा
मुझे कही का ना छोड़ा
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
ऐ सुन राधिका दुलारी
तेरे द्वार का भिखारी
तेरे श्याम का पुजारी
इक पीड़ा है हमारी
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला
हमें श्याम ना मिला (श्याम ना मिला)
हमें श्याम ना मिला (आ आ आ)
हमें श्याम ना मिला (आ आ आ)
हमें श्याम ना मिला (आ आ आ)