Nazraan
Karun
3:16
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा, सरफिरा मैं घूमने लगा हू तेरे पीछे
क्या पता, क्या पता मई ढूंदे लगा हू तेरे पीछे
तेरना, तेरना मई भूलने लगा हू तेरे पीछे
लापता, लापता मई डूबने लगा हू तेरे पीछे
किस कदर मई देखने चला हू, ज़िंदगी का कैसा है सफ़र
किस कदर मई ढूँडने चला हू दुर्गति का कैसा है असर
असर की यह बात है, बिके जज़्बात है
असर की यह बात है, खुले जज़्बात है
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
असर की यह बात भी होने लगी, खुद से छोटी बातों पे ही रोने लगी
रब से, खुद से, कब से खफा तू होने लगी
मुझसे, खुदसे, जबसे वफ़ा तू खोने लगी
रातों मई तू सोने लगी, प्यार मैं खोने लगी
दिल के खाली कमरों मैं तू रोने लगी
दिल के खाली कमरों मैं तू रोने लगी
रेडियो बजाओ थोड़े चुटकुले सूनाओ
गुमशुदा है तो तुम्हे मुस्कुरन दिलौ {?}
मेरी जो पसंद का मैं सखियों के संग था
अजीब सा शाकस था, मैं बोतल का भक्त था
जोते बनाओ, गाड़ी पीक चलाओ
वो कहता दे वाइयर कुछ तुनें बाजौ
फ़रवरी की रात अनुपंपा के पास से सौ बैठे स्टियरिंग च्छुटा तहा हाथ से
काफ़ी कुछ बाकी था करने को
कहने को कर भी क्या सकते हो
गाड़ी से निकला मई पहले तो, देखा मैने उसके चेहरे को
ख़तम तहे जीतने तहे होश, नही बचा मेरा बचपन का दोस्त
सर्द रात खाली रोड पे सरफिरे लौंदों का जोश
किस कदर मैं देखने चला हू, ज़िंदगी का कैसा है सफ़र
किस कदर मैं ढूँडने चला हू दुर्गति का कैसा है असर
असर की यह बात है, बिके जज़्बात है
असर की यह बात है, खुले जज़्बात है
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं
सरफिरा हू मैं, सरफिरा हू मैं