Mere Mahadev
Kid Boi
2:46शिव के कितने रूप भला तुम जन्मों तक ना जान सको चंद्रशेखर सा रूपवान या काल भैरव सा खोफनाक बड़ा या छोटा करे है पूजा वो करता ना पक्षपात शिव भक्ति करे जो दिनों रात पापों का है ये पश्चाताप 11 रुद्र अवतार है जिनके पिता है उनके ऋषि कश्यप माता सुर भी ने जन्म दिया वो मिटा दे जितने है नर भक्षक असुरों ने हाहाकार मचाया देवों को युद्ध में था हराया रोध रूप में करके रक्षा स्वर्ग देवताओं का बचाया हां मुकुट असर पे चांद का तुम कहलाते हो चंड रूप जो औरों को डराते हैं वो खुद डरते हैं तुमसे भूत भक्तों के भक्त है नंदी शिव गण है साथ में बन के दूत हो भांग रगड़ के शिव भक्ति में सब रहते मस्ती में चूर रास रचाने आए बोले ब्रिज में सं कृष्णा के गोपी रूप को करके धारण मिट जाए तृष्णा ये रास रचाया मन बहलाया जान लिया श्यामा ने गोपेश्वर शिवलिंग धारण करके पावन कर गए थान महादेव का जन्म कब हुआ वो जन में है कुमारी उनका ना आदि है और ना अंत है वो विद्याओ के र अभिनाशी है विश्वनाथ कालो पर पंच महा भूतों के नाथ भूत नाथ है वो हो शिव ही माता पार्वती माता गोरा ही खुशब है वो अमृत सा है मीठा वही कड़वा जहरीला सा विश है गंगा बहती जठ से जिसकी रहता मस्तक भी ठंडा त्रिकाल है वो त्रिनेत्र खोले रोक ना पाए कुछ चंडावल इनके आगे किसकी चली रावण टकराने आया था हो पल भर में लंका जली हो चारों ओर ही डंका बाजे दानव सारे डर के भागे भूत प्रेत को भी डर लागे सब भक्तों में भक्ति जागे महाकाल को चुनती दुनिया किसको चुनते महाकाल जो लूटपाट और धोखा करते उनके लिए बस भद्रकाल शिवलिंग के रूप में पूजते ब्रह्मा विष्णु और बहुत से आदि शक्ति का रूप ये गणपति है इनके पुत्रे माता ने करी तपस्या कितनी वो बस तुम ही जानते हो तुमने भी आधी मिलक से ही खुद को भी दोषी मानते हो तत्र मत्र का ज्ञान दिया मतस्य रूप में प्राण दिया कैसे असरों का नाश करे ये मां शक्ति ने जान लिया