Kabhie Jaage Soye

Kabhie Jaage Soye

Udit Narayan

Альбом: Muskaan
Длительность: 6:22
Год: 2003
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Текст песни

कभी जागे सोये
कभी हस्ते गाते
कभी तनहा तनहा
कभी आते जाते
कभी जागे सोये
कभी हस्ते गाते
कभी तनहा तनहा
कभी आते जाते
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब

कभी जागे सोये
कभी हस्ते गाते
कभी तनहा तनहा
कभी आते जाते
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब

कभी जागे सोये
कभी हस्ते गाते

कहीं रुक गया तो कहीं मैं चल पड़ा
ज़माना यह समझा दीवाना मैं बड़ा
यह मैं भी न जानूं मैं क्या चाहता
मेरी क्या तमन्ना मैं क्या सोचता

कभी रफ्ता रफ्ता
कभी जल्दी जल्दी
बेचैनी दे दी चाहत बेदर्दी
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब

कभी जागे सोये
कभी हस्ते गाते

कोई एक चेहरा ख्यालों में रहे
मैं आशिक उसी का वो चुपके से कहे
मेरा हाल क्या है किसे है पता
मेरी बेक़रारी न मैं जानता

कभी तन्हाई में
कभी बहते बहते
किसे ढूंढे आँखें अब मंजिल मंजिल
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब

कभी जागे सोये
कभी हस्ते गाते
कभी तनहा तनहा
कभी आते जाते
दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम

दिल धड़कने लगे बेवजह पे सनम
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब
क्या इसी को मोहब्बत कहते हैं सब