Rubaru

Rubaru

Vishal Mishra, Asees Kaur, & Manoj Muntashir

Длительность: 4:22
Год: 2022
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Текст песни

लो बान के धुए सा फैला है चारसू
तू लापता है फिर भी हर और तू ही तू
लो बान के धुए सा फैला है चारसू
तू लापता है फिर भी हर और तू ही तू
मैं हूँ फ़कीर तेरा रख मेरी आबरू
हामी ये बेक्सा है इतनी सी आरजू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू

सरफिरी हवा रोक दे जरा
तूने जो बनाया वो बिगाड़ने ना दे
मेरी हार में तेरी हार है
हारने ना दे मुझे तू हारने ना दे
ऐसे जुड़े मुझसे मैं घट जावां
तेरा जो करम हो मैं छट जावां
मैं शाम का धुंधलका तू नूर हूबहू
हामी ये बेक्सा है इतनी सी आरजू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू

तू ही पहली जिद्द तू ही हर्फ़ ए आखिर
मेरे दिल में जो हो तुजपे हो जाहिर
में खोल दी बाहें तेरी खातिर
नजदीक इस कदर हे फिर क्यों हे दूर तू
हामी ये बे कसा हे इतनी सी आरजू

तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू

अब आन नीला मोर सजन मन की लगन समझो
है लूट रही दिल को मेरे इश्क़ तपन समझो
नश नश में मेरे तुम ही तुम
ना बस में ये मन समझो
मुख़बिर हो मेरे दिल के
तो बिन बोले सजन समझो

तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू
तू मेरे रूबरू हो मैं तेरे रूबरू