Zeehale Muskin (From "Ghulami")
Lata Mangeshkar
7:27मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई तेरी याद जो आई फिर आँखों में नींद नहीं आई मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई तेरी याद जो आई फिर आँखों में नींद नहीं आई मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई तेरी याद जो आई फिर आँखों में नींद नहीं आई लाज का घूँघट, चुप के ताले... लाज का घूँघट, चुप के ताले मैंने आख़िर तोड़ ही डाले होती है तो हो जाए अब दुनिया में रुसवाई मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई तेरी याद जो आई फिर आँखों में नींद नहीं आई फिर ना कहीं ये ग़म मिल जाए, हो... फिर ना कहीं ये ग़म मिल जाए, आज ही क्यूँ ना हम मिल जाएँ? क्या साथी, क्या बाराती, क्या डोली, क्या शहनाई मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई तेरी याद जो आई फिर आँखों में नींद नहीं आई हर मुश्किल आसाँ हो जाती... पहले अगर, हो, पहले अगर ये हाँ हो जाती हमने हाँ करने में, तौबा, कितनी देर लगाई मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई तेरी याद जो आई फिर आँखों में नींद नहीं आई मार गई मुझे तेरी जुदाई, डस गई ये तन्हाई नस-नस में काँटे चुभे, ली मैंने जब अँगड़ाई