Main Shiv Ka Shiv Mere
Hansraj Raghuwanshi
4:54जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान भक्त ना हनुमत कोई तुझसा है देखा तेरी ना कोई तुलना शीश नवाए श्री राम के चरणों में जिसका है कोई मुल ना सिया राम जी के काज सवारे श्री लक्ष्मण जी के प्राण उबारे जो लंका को एक क्षण में जलाये वो है मेरे हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान तुझसे ना है कोई जग में सर्व शक्तिमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान तुझसे ना है कोई जग में सर्व शक्तिमान केसरी नन्दन हे दुःख भंजन तोरे बिना ना मोरा कोई सहारा नैया है बजरंगी मोरी हाथ तुम्हारे दिखलाओ मोहे इक पार किनारा असुर दल को मार गिरावे सीने में सिया राम दिखावे माता अंजनी के हैं ए लाल जो निगल सूरज को जावे पंचमुखी अवतार दिखावे हाथ में पर्वत को ले आवे वो है मेरे हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान तुझसे ना है कोई जग में सर्व शक्तिमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान तुझसे ना है कोई जग में सर्व शक्तिमान सुक्ष्म रूप धरे हर मुश्किल को हल करे मैं कष्ट में होता हूँ तू कष्ट संहार करे जब भी दुनिया ठुकरावे तू ही स्वीकार करे हे बलिहारी शंकर अवतारी मुझपर रखना एहसान सिया राम जी के काज सवारे श्री लक्ष्मण जी के प्राण उबारे जो लंका को एक क्षण में जलाये वो है मेरे हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान तुझसे ना है कोई जग में सर्व शक्तिमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान जय हनुमान तुझसे ना है कोई जग में सर्व शक्तिमान