Barkha Rut Bhi Aaj

Barkha Rut Bhi Aaj

Mohd. Aziz | Anuradha Paudwal

Альбом: Janam Janam
Длительность: 5:04
Год: 1988
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Текст песни

बरखा रुत भी आज अजब मस्तानी हैं
बरखा रुत भी आज अजब मस्तानी हैं
खो नहीं जाना खो नहीं जाना रात
बड़ी तूफ़ानी हैं
बरखा रुत भी आज अजब मस्तानी हैं
खो नहीं जाना रात बड़ी तूफ़ानी हैं
बरखा रुत भी आज अजब मस्तानी हैं

दोनों तरफ वही दिल की लगी हैं
तू भी कहे क्या मैं भी कहु क्या
तू भी कहे क्या मैं भी कहु क्या
सोले की तुम दीवार खड़ी हैं
तुम भी करे क्या मैं भी करूँ क्या
तुम भी करे क्या मैं भी करूँ क्या
अंदर आग लगी हैं बहार पनि हैं
खो नहीं जाना रात बड़ी तूफ़ानी हैं
बरखा रुत भी आज अजब मस्तानी हैं

बहार जो तूफा हैं वही
अब सीने के अंदर लगता हैं हो ओ ओ
बहार जो तूफा हैं वही
अब सीने के अंदर लगता हैं
कल से न पटने के बाद में के चुनरी
कैसा डर लगता हैं डर लगता हैं

जनम जनम की रात बड़ी तूफ़ानी हैं
खो नहीं जाना खो नहीं जाना रत
बड़ी तूफ़ानी हैं
बरखा रुत भी आज अजब मस्तानी हैं
खो नहीं जाना खो नहीं जाना रत
बड़ी तूफ़ानी हैं