Chand Gagan Se Phool Chaman Se

Chand Gagan Se Phool Chaman Se

Mohd. Aziz

Альбом: Charnon Ki Saugandh
Длительность: 5:17
Год: 1987
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Текст песни

चाँद गगन से फूल चमन से
रह नहीं सकता दूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
दीप से ज्योति सीप से
मोती मिलने पर मजबूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर

जैसे कच्चे कांच के दर्पण
ऐसे हैं ये प्यार के बंधन
जैसे कच्चे कांच के दर्पण
ऐसे हैं ये प्यार के बंधन
तोड़ सके ना छोड़ सके
ना बड़े बड़े मेगरूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर

जीवन साथी साथ ना छोड़े
जीवन साथी साथ ना छोड़े
एक दूजे का हाथ ना छोड़े
एक दूजे का हाथ ना छोड़ेभूल हुई तो चोट लगी
तो होगा दर्द ज़रूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर

लोग करे भगवान की पूजा
प्यार हैं क्या भगवान हैं दूजा
लोग करे भगवान की पूजा
प्यार हैं क्या भगवान हैं दूजा
प्यार वो पूजा एक मैं
दूजा दिये मैं जैसे नूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर

चाँद गगन से फूल चमन से
रह नहीं सकता दूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
दीप से ज्योति सीप से
मोती मिलने पर मजबूर
यही हैं रीत यही दस्तूर
यही हैं रीत यही दस्तूर