Chaleya
Arijit Singh
3:21धीरे धीरे छू के मेरे मन को रे तू बस गया दिल में कैसे तू यहाँ वहाँ देखूं जहाँ दिखता है तू छुप गया नैनों में कैसे तू आ जा नींदों को लेता जा, मेरे ख्वाबों को देता जा के सच हो जाए दिल के किस्से आ जा बाहों को लेता जा, राहों को देता जा के कभी ना रुके दिल मिलने से (आह) आई कहाँ से रे ये बरखा कोई बता दे दिल में ये बदरी (आह) पूछो ना कैसे हुई मैं तेरी दीवानी हाथों में तेरे नाम की रच दी महंदी रे (आह) मैंने दिल की सुन ली धीरे धीरे छू के मेरे हाँ छू के मेरे धीरे धीरे छू के मेरे हाँ आ र र रे धीरे धीरे छू के मेरे मन को रे तू बस गया दिल में कैसे तू आ रंग भरी तेरी हँसी ले गई रे जा मेरी होंठों की लाली मेरी सारी सारी तेरी वैसे तो चाहतें ये हैं बड़ी अनमोल मेरी आज दिल खोल के हूँ मैं तेरी तेरी जिया में, तूने सजा दी प्यार की रागिनी मेरी धड़कन में सुनूं धुन बजे तेरी आ के गहने ना पहनूं ना कलियों को चुमू आ मुझे सजा दे बाहों से तू आ के जाए ना बेचैनी के आए ना नींद रे जो लोरी सुनाए मुझको ना तू (आह) आए कहाँ से रे ये बरखा कोई बता दे दिल में ये बदरी (आह) पूछो ना कैसे हुई मैं तेरी दीवानी हाथों में तेरे नाम की रच भी महंदी रे (आह) मैंने दिल की सुन ली रे धीरे धीरे छू के मेरे हाँ छू के मेरे धीरे धीरे छू के मेरे हाँ आ र र रे धीरे धीरे छू के मेरे मन को रे तू बस गया दिल में कैसे तू आ न न न रे