Tera Ban Jaunga
Akhil Sachdeva
3:57बारिशें आ गई और चली भी गई कोई दिल में सिवा तेरे आया नहीं जब भी सजदा किया, नाम तेरा लिया भूल जाना तुझे हमको आया नहीं दिल तो है, पर जाने क्यूँ धड़का ही नहीं है कब से ये दुआ है मेरी रब से, तुझे आशिक़ों में सबसे मेरी आशिक़ी पसंद आए, मेरी आशिक़ी पसंद आए मेरी आशिक़ी पसंद आए कि जब तक जियूँ मैं, जियूँ साथ तेरे कि जब तक जियूँ मैं, जियूँ साथ तेरे फिर चाँद बन जाऊँ तेरी गली का मैं जिस दिन भुला दूँ तेरा प्यार दिल से वो दिन आख़िरी हो मेरी ज़िंदगी का मेरी ज़िंदगी का, मेरी ज़िंदगी का